Goat farmingpashupalan

150 देशी बकरी पालन बुजुर्ग महिला द्वारा अर्जुंदा। Goat Farming By Women

दोस्तो हम दिखा‌ रहे हैं कि एक बुजुर्ग महिला किस तरीके से 150 देशी बकरी का पालन करती हैं मंगतीन बाई पटेलिन ,अर्जुन्दा तहसील-गुंडरदेही जिला-बालोद छत्तीसगढ़ में बकरी पालन करती हैं। उनके पास खेती खार नहीं है और बकरी ही जीवनयापन का एकमात्र सहारा है। इस इंटरव्यू के वीडियो देखेंगे तो आप समझ पाएंगे की बकरी पालन की जानकारी के साथ-साथ बकरियोंके प्रति प्रेम की अविरल प्रवाह बकरी पालिका द्वारा देखने को मिलेगी।
मंगतीन बाई पटेलिन कहती हैं की सबसे पहले उन्होंने एक बकरी खरीदी और देखते देखते आज बकरियों की संख्या 150 के करीब हो गयी। उस सफेद रंग की देसी ब्लैक बंगाल बकरी का नाम उन्होंने भूरी रखा है और कहती है कि मैं को पहले खाना खिलाती हूं फिर खाती हूं और किसी भी कीमत पर इस बकरी को नहीं बेचूंगी और इसको मिट्टी दूंगी इस बकरी ने मेरा घर बना दिया है मैं इसका पूरी उम्र देखभाल करूंगी। साथियों कहती हैं कि उनकी बकरियां तकरीबन 1 लीटर दूध देती है। मंगतीन बाई पटेलिन और बताती हैं की बकरों को जरूरत पड़ने पर लगभग 6000 रुपये में बेच देती है पूरी बकरियां चरा ई पर ही निर्भर है और घर पर कुछ नहीं खिलाती हैं। बकरियां जब चरकर शाम में घर जाती हैं तो बाड़े में पटरा बना दिया है जिसके ऊपर चढ़कर बकरियां बैठती हैं जमीन पर बकरियों को नहीं बैठाना है इस बात का वह ध्यान रखती हैं। साथ ही हमारे पूछने पर वह जवाब देती हैं कि अगले साल तक अगर एक भी बकरी वह नहीं बेचती है तो बकरियों की संख्या 300 हो जाएगी।
मंगतीन बाई पटेलिन द्वारा किए जाने वाले बकरी पालन को और बेहतर तरीके से समझना है तो नीचे लिंक पर क्लिक कर वीडियो जरूर देखें उम्मीद है आप का हौसला बढ़ेगा।