मुर्गी पालन सीखें: छत्तीसगढ़ के फार्म का दौरा

छत्तीसगढ़ में संजय कुमार के बड़े मुर्गी फार्म को देखें। इस वीडियो में सोनाली और कड़कनाथ मुर्गियों के पालन, फार्म की सुविधाओं और संजय की सफलता की कहानी बताई गई है।

FFy4mjWjFpc-HD_imresizer

छत्तीसगढ़ का मुर्गी फार्म: एक छोटी झलक

यह वीडियो छत्तीसगढ़ में संजय कुमार कुर्रे के बड़े मुर्गी फार्म के बारे में है। यहाँ खास तौर पर सोनाली मुर्गियाँ पाली जाती हैं, पर कड़कनाथ मुर्गियाँ, टर्की, बत्तख और बटेर भी हैं।

फार्म की खास बातें

  • ठंडा रखने का तरीका: गर्मी में मुर्गियों को ठंडा रखने के लिए छत पर पानी छिड़का जाता है और हरे पर्दे लगाए जाते हैं। छत पर धान का पुआल भी बिछाया जाता है।
  • पानी का इंतज़ाम: पानी बड़ी टंकियों में जमा होता है और पाइप से मुर्गियों तक पहुँचता है ताकि वे पाइप खराब न कर सकें। दवाइयाँ भी पानी के साथ दी जा सकती हैं।
  • बच्चों के लिए जगह: छोटे चूजों (मुर्गी के बच्चे) के लिए अलग से गरम जगह होती है। फार्म में मुर्गियों के लिए बड़े कमरे हैं।
  • नीचे बिछाने का सामान: मुर्गियों को धान की भूसी पर रखा जाता है।

मुर्गी पालन की जानकारी

  • दाना: सोनाली चूजों को पहले छोटा दाना, फिर कुछ दिन बाद बड़ा दाना दिया जाता है, जब तक वे बेचने लायक न हो जाएँ।
  • टीका: सोनाली मुर्गियों को तीन ज़रूरी टीके लगते हैं: लासोटा, गंबोरो और रानीखेत के लिए एक और लासोटा।
  • बढ़त और खर्च: सोनाली मुर्गियाँ लगभग 90 दिनों में 1 किलो की हो जाती हैं। एक मुर्गी पर करीब ₹150 का खर्च आता है। थोक में ये ₹250 और फुटकर में ₹350 में बिकती हैं।

बेचना और दिक्कतें

  • बेचने का तरीका: संजय अपनी मुर्गियाँ सीधे ग्राहकों को बेचते हैं और दुकानदारों को भी देते हैं। वे दूसरे किसानों की मुर्गियाँ बेचने में भी मदद करते हैं।
  • बीमारियाँ: कभी-कभी सीआरडी और कोरिज़ा जैसी बीमारियाँ आती हैं, पर दवा और साफ़-सफाई से उन्हें ठीक किया जाता है।
  • कड़कनाथ की बिक्री: कड़कनाथ मुर्गियों को बेचने में थोड़ी दिक्कत आती है क्योंकि उनका मांस काला होता है।

फार्म का सफर और सीख

  • संजय का सफर: संजय ने बताया कि उन्होंने कैसे छोटे से शुरू करके इतना बड़ा फार्म बनाया।
  • कमाई और तरक्की: फार्म से हर महीने करीब ₹2 लाख की कमाई होती है। फार्म को अपनी कमाई और लोन से बढ़ाया गया है। इसे बनाने में करीब ₹25 लाख लगे थे।
  • चूजे मिलेंगे: फार्म पर सोनाली, कड़कनाथ, बटेर और टर्की के चूजे मिलते हैं।
  • मदद और संपर्क: संजय दूसरे किसानों को भी मुर्गी पालन के बारे में बताते हैं और उनकी मदद करते हैं। अगर आपको चूजे खरीदने या सलाह चाहिए, तो वीडियो में उनका नंबर दिया गया है।