दोस्तों हम जानकारी दे रहे हैं सती अनसूईया आश्रम और मंदाकिनी नदी उद्गम चित्रकूट के बारे में । चित्रकूट मध्यप्रदेश के सतना जिले में और उत्तर प्रदेश का जिला है चित्रकूट का करीबी रेलवे स्टेशन कर्वी है आप सड़क मार्ग से मध्यप्रदेश के सतना से भी चित्रकूट पहुंच सकते हैं ।
चित्रकूट अपने रमणीय पर्यटन स्थलों और धार्मिक मान्यता के लिए प्रसिद्ध है कहा जाता है भगवान राम अपने वनवास काल के दौरान साडे 11 बरस चित्रकूट में रहे हैं । इसलिए चित्रकूट के अलग-अलग जगहों में रामायण से जुड़ी हुई घटनाक्रमों के स्थल मिलते हैं । इन्हीं स्थानों में से एक है सती अनसूईया और उनके पति अत्रि ऋषि का आश्रम । सती अनसूया के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने ब्रह्मा विष्णु महेश को बाल रूप में प्राप्त किया था । ब्रह्मा विष्णु महेश अपनी पत्नियों के कहने पर सती अनसूया जी का परीक्षा लेने आए थे और तीनों देवों को सती अनुसूया ने बच्चा बना दिया था ।
सती अनसूईया का रामायण में भी बहुत महत्व है क्योंकि सीता जी से मुलाकात सती अनसूईया की चित्रकूट में ही हुई थी और बहुत सारे आभूषण वस्त्र सती अनसूईया ने माता सीता को प्रदान किया था तो चलिए हम दिखाते हैं आपको सती अनसूईया आश्रम और मंदाकिनी नदी का उद्गम। यह जानकारी अगर आपको पसंद आई तो आप कमेंट करके हमें जरूर बताएं धन्यवाद।