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देशी मुर्गी, बटेर, खरगोश पालन एक साथ । यूट्यूब देखकर, खुद ही हैचरी बना लिया ?

आप सभी को इस पोस्ट में हम जानकारी दे रहे हैं देसी मुर्गी पालन, बटेर पालन, खरगोश पालन आप एक साथ कैसे कर सकते हैं।
इस पोस्ट पर जो भी जानकारी है हमारे यूट्यूब वीडियो से है जिसके लिए आप नीचे दिए लिंक पर सकते हैं जिसमें भिलाई बटेर फार्म के मालिक विक्की वर्मा जी बताते हैं कि उनका फॉर्म पुरानी बस्ती दंतेश्वरी चौक देवबलोदा , चरोदा के पास, तहसील पाटन जिला दुर्ग में स्थित है
विक्की वर्मा जी बताते हैं कि 2 साल पहले उन्होंने बटेर पालन का काम चालू किया और अच्छी-खासी मांग उनके पास आने लगी पर जो कस्टमर उनके पास आते थे वह लोग बटेर के साथ-साथ देशी मुर्गी की भी मांग किया करते थे इसीलिए उन्होंने बाद में देसी मुर्गी पालने का भी काम शुरू किया साथ ही बटेर और देसी मुर्गी के अंडे से चूजे निकालने के लिए यूट्यूब देखकर, खुद ही हैचरी बना लिया।
बटेर पालन के विषय में हो कहते हैं कि किसान भाई पहले अपने क्षेत्र के मांग पर ध्यान दें अगर आपके क्षेत्र में ढाबा, होटल, रेस्टोरेंट मौजूद है तो निश्चित ही बटेर की मांग वहां मौजूद रहेगी, अगर ऐसी परिस्थितियां आपके यहां पर है तो आप आराम से बटेर पालन शुरू कर सकते हैं।विक्की वर्मा जी बताते हैं कि 35 दिन में बटेर 150 ग्राम का हो जाता है फिर आप उन्हें बाजार पर बेच सकते हैं वह कहते हैं कि हम मादा bater को हम नहीं बेचते हैं जो नर है उन्हीं को बेचते हैं और मादा अंडा देती है जिसे हेचरी में रखकर चुजा निकालते हैं। नर के पहचान के लिए बताते हैं कि नर के गले में भूरे रंग का छोटा-छोटा बिंदी दिखाई देता है और माता का रंग, सिर से लेकर पांव तक एक ही होता है। बटेर को थोक में ₹50 नग में बेचते हैं साथ ही चिल्लहर में ₹75 के हिसाब से बेचते हैं। बटेर के चूजे के कीमत के विषय पर कहते हैं – लाख डाउन से पहले ₹12 प्रति नग 1 दिन का चूजा वह बेचा करते थे।
खरगोश के विषय में कहते हैं कि खरगोश को वह शौक से पालते हैं और ₹500 जोड़ी बेचते हैं अगर कोई खरीददार आता है तब। खरगोश को घर में पैदा होने वाले साग भाजी के पौधों को ही खिलाया जाता है‌‌। बटेर और देसी मुर्गी को एक ही पोल्ट्री फीड खिलाते हैं जिसे प्री स्टार्टर कहते हैं। देसी मुर्गी 400 से ₹500 किलो के बीच में आसानी से बेचते हैं।
विक्की वर्मा जी ने खुद ही यूट्यूब में देख कर अपने फॉर्म के लिए हेचरी बना लिया है जिसमें से बटेर का का चूजा लगभग 18 से 19 दिन में अंडे से बाहर आ जाता है। हेचरी किस तरीके से काम करता है साथ ही विक्की वर्मा जी किस तरीके से बटेर और देसी मुर्गी का पालन करते हैं यह अगर आप बारीकी के साथ समझना चाहते हैं तो नीचे दिए लिंक पर क्लिक करके वीडियो जरूर देखें उसके उपरांत जानकारी कैसी लगी कमेंट करके हमें बताएं जरूर धन्यवाद।