छत्तीसगढ़ में धान की उन्नत खेती: एक किसान का अनुभव
यह वीडियो छत्तीसगढ़ के एक मेहनती किसान, श्री त्रिभुवन चंद्रकार, के सफल धान की खेती के अनुभव को दर्शाता है। जानें कैसे वे सुपर वंडर किस्म से उच्च उत्पादन प्राप्त करते हैं, साथ ही खेती की लागत, मुनाफे और आधुनिक कृषि तकनीकों पर भी गहराई से चर्चा की गई है। अगर आप धान की खेती से बेहतर पैदावार और कमाई करना चाहते हैं, तो यह वीडियो आपके लिए है।
उच्च उत्पादन धान की खेती: एक किसान का अनुभव
यह वीडियो छत्तीसगढ़ के दुर्ग और निकुम के पास गोड्डे गांव के एक किसान, श्री त्रिभुवन चंद्रकार के साथ उच्च उत्पादन वाली धान की खेती पर चर्चा करता है। श्री चंद्रकार 25 एकड़ में खेती करते हैं और मुख्य रूप से सुपर वंडर धान की किस्म पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
फसल का विवरण
- अपेक्षित उत्पादन: श्री चंद्रकार को सुपर वंडर किस्म से प्रति एकड़ कम से कम 30 क्विंटल धान की उपज की उम्मीद है। उन्होंने पहले भी अन्य किस्मों के साथ लगभग पांच साल पहले इतना ही उत्पादन प्राप्त किया था।
- मिट्टी का प्रकार: खेत की मिट्टी “मट्टा” और “कन्हार” का मिश्रण है, जिसे “डोरसा” मिट्टी के रूप में वर्णित किया गया है। किसान का कहना है कि इस मिट्टी में उच्च उत्पादन के लिए काफी प्रयास की आवश्यकता होती है।
- पौधे की विशेषताएं: वीडियो में सुपर वंडर धान के “कंसा” (कल्ले निकलने) और लंबी बालियों (लगभग 9 इंच) को दिखाया गया है, जो इतनी भारी हैं कि पौधे झुक रहे हैं।
खेती के तरीके और लागत
- उर्वरक का उपयोग: किसान अपनी उर्वरक प्रयोग प्रक्रिया का विवरण देता है, जिसमें प्रारंभिक विकास चरण में डीएपी और फिर बाद में, इसके बाद यूरिया, जिंक और ह्यूमिक एसिड शामिल है।
- खेती की लागत: प्रति एकड़ खेती की अनुमानित लागत लगभग ₹20,000 से ₹22,000 है।
- कटाई: खेत के किनारों पर कटाई शुरू हो गई है और यह हार्वेस्टर का उपयोग करके की जाएगी। किसान हाथ से रोपण (लगभग ₹4,000 प्रति एकड़) और कटाई की उच्च लागत पर भी चर्चा करता है।
बाजार और लाभप्रदता
- उपज बेचना: जबकि सरकार प्रति क्विंटल ₹3,100 की पेशकश कर रही है, उन्हें अभी तक धान बेचने के लिए टोकन नहीं मिला है, और वे आमतौर पर शेष उपज चावल मिलों को बेचते हैं। बड़े किसानों को कोटा के कारण सरकार को अपना धान बेचने के लिए टोकन प्राप्त करने में कठिनाई होती है।
- पानी की उपलब्धता: खरखरा बांध से नहर सिंचाई के कारण पानी की अच्छी आपूर्ति है।
- कीटों की समस्या: किसान बताते हैं कि इस साल माहू जैसी कोई बड़ी कीट समस्या नहीं थी।
- धान की खेती की लाभप्रदता: टोकन समस्या के बावजूद, उनका मानना है कि अच्छी दरों के कारण छत्तीसगढ़ में धान की खेती वर्तमान में लाभदायक है।
अन्य महत्वपूर्ण बिंदु
- बीज का स्रोत: किसान हर साल कृषि केंद्र से नए बीज खरीदते हैं।
- गर्मी की फसल: पानी की कमी के कारण, कई बोरवेल खोदने के बावजूद, वे गर्मी की फसल नहीं लेते हैं।