हम जानकारी दे रहे हैं कि अमरुद की खेती कैसे करें, यह अमरूद की बागवानी ग्राम-केसरा तहसील-पाटन जिला-दुर्ग छत्तीसगढ़ में है। छत्तीसगढ़ सरकार की योजना- नरवा गरबा घुरवा बारी के तहत ग्राम पंचायत में लगभग 28 एकड़ की बाड़ी तैयार की है। इस बाड़ी में अलग-अलग सब्जी और फलदार पौधों की बागवानी तैयार कर के अलग-अलग फसलों के लिए अलग-अलग महिला समूह को जगह निर्धारित कर दी गई है जिसमें से निकलने वाले फसल को बेचकर गांव की महिलाएं अच्छी-खासी आय अर्जित कर रही हैं।
इसी बाड़ी के लगभग 5 एकड़ में अमरूद की बागवानी तैयार की गई है जिसका देखरेख ग्राम पंचायत के द्वारा किया जाता है। केसरा ग्राम पंचायत के सरपंच भागवत सिन्हा जी बताते हैं कि लगभग अमरूद की डेढ़ हजार से दो हजार पौधे इस 5 एकड़ के बागबानी में लगाये गये हैं। यह सारे अमरूद इलाहाबादी वराइटी के हैं और इन पौधों की नर्सरी को अगस्त 2020 में रोपा गया था और रोपते वक्त खुदाई करके जैविक खाद डाला गया है उसमें पौधों को लगाया गया है और लगभग 1 साल के उपरांत यह पौधे फल देने लगे हैं।
भागवत सिन्हा कहते हैं की एक पौधे से दूसरे पौधे की बीच की दूरी 6 फीटx6 फीट है, और वह यह भी कहते हैं कि पौधों की बीच की दूरी इससे भी अधिक होनी चाहिए, साथ ही बताते हैं की पाटन तहसील के जनपद सीईओ श्री मनीष साहू जी का विशेष सहयोग रहा है इस बागबानी को तैयार करने में, फसलों के चुनाव में और उन्हीं की मार्गदर्शन में काम लगातार आगे बढ़ रहा है। अमरूद की खेती कैसे करें यह समझने के लिए वीडियो पूरा देखें धन्यवाद। ।