हम बता रहे हैं कि कैसे देशी बकरी पालन गरीबों का सहारा है बकरी पालन के व्यवसाय से ज्यादातर गरीब लोग जुड़े हैं छत्तीसगढ़ प्रदेश की बात करें तो भूमिहीन समुदायों का बहुत बड़ा सहारा है बकरियां। भूमि समुदाय बकरी पालन को अपनी खेती समझती है। और भूमिहीन समुदाय के लोगों ने बकरी पालन के जरिए धीरे धीरे खेती बनाई भी है और अपने जीवन के स्तर को ऊंचाई तक उन्होंने पहुंचाया है । ऐसा इसलिए भी है कि गरीब आदमी आसानी से 1या 2 बकरी खरीद कर यह व्यवसाय शुरू कर सकता है और धीरे-धीरे उनकी बकरियों की तादाद बढ़ने लगती है और देखते ही देखते एक व्यवसाय खड़ा होता है और बकरियों को बेचना और खरीदना बहुत ही आसान है और बकरियां किसानों के घर पर ही किसानों के ही दाम पर आसानी से बिक जाती है इसलिए गरीब बकरी पालन की ओर रुख करते हैं।
ऐसे ही एक किसान परिवार पिछले दिनों बकरी चराते हुए हमें मिल गया और हमने उनका इंटरव्यू शूट किया। और वह पशुपालक ग्राम-कोडेबोड़ तहसील-कुरुद जिला-धमतरी छत्तीसगढ़ का है अगर आप भी बकरी पालन को विस्तार से समझना चाहते हैं तो यह वीडियो जरूर देखें।